Onam Kaha Manaya Jata Hain: भारतीय सांस्कृतिक धरोहर में ओणम एक महत्वपूर्ण और प्रिय त्योहार है। यह त्योहार खुशियों और उत्सव के रूप में भारत के विभिन्न हिस्सों में मनाया जाता है। ओणम के इस रंगीन और धार्मिक महत्व को जानते हैं और इस त्योहार की महत्वपूर्ण बातें जानते हैं।
ओणम का महत्व
ओणम, जिसे “केरल का त्योहार” भी कहा जाता है, केरल राज्य में मनाया जाने वाला एक प्रमुख हिन्दू त्योहार है। यह त्योहार धर्मिक और कृषि संबंधित है, जो फसलों की पैदावार का उत्सव होता है। ओणम का मतलब होता है “विरद दिन” और यह त्योहार प्रकृति की देवी तल्लपेंगड की पूजा के रूप में भी मनाया जाता है। Onam Kaha Manaya Jata Hain.
ओणम का आयोजन
इस त्योहार की खासियत है कि यह चार दिनों तक मनाया जाता है। पहले दिन विष्णु विलक्षण पूजा होती है, जिसमें घर को सजाया और उसमें पूजनीय वस्त्र रखे जाते हैं। दूसरे दिन ओणम के विशेष खाने बनाए जाते हैं, जैसे कि “पुक्कळं” और “पुड्डींग”। तीसरे दिन सभी लोग बड़े उत्साह से सामुद्रिक बाली (सागर में फूलों की बलि) करते हैं। चौथे दिन सभी परिवार और दोस्त एक साथ मिलकर समय बिताते हैं और खुशियों का आनंद लेते हैं।
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ओणम के महत्वपूर्ण पर्वपर्व
पूक्कळं और पुड्डींग
ओणम के दूसरे दिन बनाए जाने वाले पूक्कळं और पुड्डींग खास दिशाओं की मिश्रण होते हैं। पूक्कळं राजमा, नारियल, अदरक और स्पाइसों से बनते हैं, जबकि पुड्डींग तैयारी में चावल और जागरी का प्रयोग होता है।
सामुद्रिक बाली
सामुद्रिक बाली ओणम के तीसरे दिन की एक महत्वपूर्ण रस्म है, जिसमें लोग समुद्र किनारे जाकर फूलों की बलि चढ़ाते हैं। यह पर्वपर्व भारतीय संस्कृति की धरोहर का हिस्सा है।
निष्कर्ष
Onam Kaha Manaya Jata Hain: ओणम भारतीय संस्कृति की धरोहर में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह त्योहार खुशियों, उत्सव, और आपसी सदभाव की भावना को प्रकट करता है और केरल की सांस्कृतिक धरोहर को प्रस्तुत करता है।
FAQs: Onam Kaha Manaya Jata Hain
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ओणम कब मनाया जाता है?
ओणम चार दिनों तक भारत के केरल राज्य में मनाया जाता है।
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ओणम का मतलब क्या होता है?
“ओणम” का मतलब होता है “विरद दिन”।
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त्योहार के दौरान कौन-कौन सी रस्में होती हैं?
त्योहार के दौरान पूक्कळं और पुड्डींग बनाए जाते हैं, साथ ही सामुद्रिक बाली भी की जाती है।
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क्या ओणम केवल केरल में ही मनाया जाता है?
जी हां, ओणम प्रमुख रूप से केरल में मनाया जाता है, लेकिन अन्य क्षेत्रों में भी इसका आयोजन किया जाता है।
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क्या इस त्योहार का कोई विशेष धार्मिक महत्व है?
हां, ओणम त्योहार प्रकृति की देवी तल्लपेंगड की पूजा के रूप में भी मनाया जाता है और इसमें धार्मिक महत्व होता है।